2022 के लिए आपने कुछ रिजॉल्यूशन बनाया होगा। इसमें कुछ Value Addition कर लीजिए। मसलन ऐसा रिजाल्यूशन हो, जो आपको पूरे साल फाइनेंशियली मजबूत रखे, वह भी तब जब महामारी ने दुनिया भर में आर्थिक संकट ला दिया है।
लोगों की नौकरी चली गई, कंपनियां दिवालिया हो गईं और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इसलिए, Emergency or Contigency Fund बनाना समझदारी है जो आपके सालाना वेतन के बराबर होना चाहिए। इस काम में महिलाओं की भागीदारी जरूरी है। क्योंकि घर के बजट, बच्चों की एजुकेशन से लेकर 60 के बाद ठाठ में फाइनेंशियल प्लानिंग में उनकी भूमिका बड़ी है।
इमरजेंसी/Contingency Fund
Contigency Fund आपके काम कोई तत्काल वित्तीय जरूरत के समय आता है। जब तुरंत कैश चाहिए। इसके लिए म्यूचुअल फंड (एमएफ) में ओवरड्राफ्ट सुविधा रख सकते हैं। यह फंड आपको भविष्य की दिक्कतों से बचाएगा। इसके अलावा आपको उन एसेट पर भी फोकस करना चाहिए जिन्हें तुरंत भुनाया जा सकता है।
बीमा का लाभ
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और CA मनीष कुमार गुप्ता के मुताबिक हमारे समाज का एक बड़ा वर्ग है जिसने अपने आश्रितों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक बीमा कवर का लाभ नहीं उठाया था। भारतीय स्वास्थ्य बीमा बाजार 2019 में सकल घरेलू उत्पाद के केवल 0.36 प्रतिशत के साथ अत्यधिक कम पहुंच वाला बना हुआ है, जबकि वैश्विक औसत लगभग सकल घरेलू उत्पाद का 2.0 प्रतिशत है। कोविड के बाद का युग अपने और अपने परिवार के लिए पर्याप्त स्वास्थ्य बीमा कवर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी करेगा।
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