भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ है। बाघ के बारे में कहा जाता है कि इनकी गर्जना काफी तेज होती है। बाघ की दहाड़ किसी के खून को जमा देने और रोंगटे खड़े कर देती है। जंगल में जब इनकी दहाड़ गूंजती है, तो आसपास थरथराहट का माहौल बन जाता है। पर्यावरण वन और जलवायु मंत्री भूपेंद्र यादव ने संसद के पटल पर जानकारी देते हुए बताया कि राज्यों से प्राप्त सूचना के अनुसार 2020 में 106 बाघों की मौत हुई हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में अवैध शिकार की 27 घटनाओं की तुलना में वर्ष 2020 में इनकी संख्या 14 रही है। राज्यों से प्राप्त सूचना के अनुसार 2020 में बाघों के हमले के कारण 44 लोग मारे गए हैं।
बाघों के संरक्षण के लिए लम्बे समय से काम कर रहे डॉक्टर वाईवी झाला के मुताबिक कोई भी स्वास्थ्य बाघ कभी भी इंसान पर हमला नहीं करता है। इंसान के सामने पड़ने पर बाघ भागने की कोशिश करता है। इंसानों पर बाघ के ज्यादातर हमले एक्सीडेंटल होते हैं। जंगलों में तेंदू पत्ता तोड़ने, लकड़ियों के लिए या किसी और कारण से इंसान के जाने पर अगर ज्यादातार बाघ हमला करता है। दरअसल, बाघ आवाज सुन कर महसूस करता है कि वहां कोई जानवर है और वो शिकार के लिए इंसान पर धोखे से हमला कर देता है।
बाघ या टाइगर अपनी प्रजाति में सबसे बड़ा और ताकतवर पशु है। यह भारत, नेपाल, भूटान, कोरिया और इंडोनेशिया में अधिक संख्या में पाया जाता है। बाघ का वैज्ञानिक नाम 'पेंथेरा टिग्रिस' है।
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